ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 84"
शाम को सब खाना खाकर अपने अपने रूम मे चले गये थे, राहुल और आन्या भी शाम की वॉक करके अपने रूम मे आकर बैठे थे, राहुल बालकनी की तरफ बढ़ गया, आन्या राहुल की तरफ देख रही थी तो उसे अध्विक की बात याद आती है की राहुल जीजू से पूछना, वो राहुल की तरफ देखती है फिर सोचती है
आन्या ( खुद से ) :- राहुल जी से पुछु या नही, पर पूछूंगी कैसे क्युकी उन्होंने वो निशान देखा ही नही था तो उन्हे कैसे पता चलेगा की मै किसकी बात कर रही हु, ( कुछ सोचकर खुश होते हुए ) हाँ आइडिया मै ना गूगल पर सर्च करती हु वहा जरूर कुछ ना कुछ मिलेगा
इतना सोच आन्या गूगल पर सर्च करने लगी " मच्छर के काटने का निशान कैसा होता है " इतना डालकर वो सर्च करने लगी पर उसे कुछ नही मिला क्युकी मच्छर के काटने का निशान अलग था और किआरा का अलग वो अब कंफ्यूज हो गई की किआरा ने उससे झूठ क्यू कहा, तभी उसे अपनी फ्रेंड यति की एक बात याद आई, उसने एक बार रीना ( रीना वही जिसने साकेत और विकास के साथ मिलकर आन्या को धोका दिया था ) के भी यही निशान देखा था तो उसने यति से पूछा था उस बारे मे तो उसने बताया था वो लव बाइट है, तब उसने उस बात को इग्नोर कर दिया था
आन्या इसी सोच मे गुम थी की राहुल जो बालकनी मे खड़ा था वो वापस रूम मे आया और आन्या को किसी सोच मे गुम देख वो उसके पास आते हुए बोला
राहुल :- क्या हुआ आन्या क्या सोच रही हो
आन्या राहुल आवाज सुन हड़बड़ा गई और उसी हड़बड़ी मे उसके मुह से निकला
आन्या ( हड़बड़ी मे ) :- लव बाइट.....
राहुल उसके मुह से ये सुन हैरान हो गया की वो ये सब क्या सोच रही है, उसने आन्या की तरफ आँखे छोटी कर घूरते हुए कहा
राहुल :- और तुम लव बाइट के बारे मे क्यू सोच रही हो, चाहिए क्या ( शरारती अंदाज़ मे ) अगर चाहिए तो बताओ मै देता हु
राहुल ये बोलकर आन्या की तरफ बढ़ने लगा की आन्या फिर हड़बड़ा गई और फिर कभी हाँ तो कभी ना मे सर हिलाने लगी, राहुल उसके पास आया और अपने हाथ से उसके कंधे पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और उसे अपने करीब कर लिया तो आन्या की आँखे उसकी करीबी से बंद हो गई, राहुल ने कुछ पल उसकी बंद आँखों को देखा और फिर उन्हे किस कर लिया, उसने उसके दोनो गालो और माथे पर किस किया और उसके कंधे पर अपने होंठ रख दिये
आन्या की बंद आँखों के सामने कुछ दृश्य चलने लगे, उसे साकेत और विकास का अपने करीब आना याद आने लगा तो वो घबराने लगी, उसके माथे से पसीना निकलने लगा था, उसकी पकड़ राहुल पर कस गई, उसने जब आन्या को इस हाल मे देखा तो वो घबरा गया, उसे समझ आ गया था कि आन्या क्यू घबरा रही है, उसके दिमाग मे जरुर वही सब चलने लगा होगा जो उसके साथ हुआ था, अब राहुल को खुद पर गुस्सा आने लगा की उसने क्यू आम्या के साथ ऐसा किया, बड़ी मुश्किल से तो आन्या उन बुरी यादो से बाहर निकल पाई थी पर उसके उस मूव ने उसे फिर वो सब याद दिला दिया, उसने जल्दी से आन्या को अपने गले लगाया और उसे शांत कराते हुए बोला
राहुल :- आन्या... आन्या शांत सा ठीक है, डरो नहीं मै हु ना तुम्हारे साथ तुम्हे कुछ नही होगा चलो शांत हो जाओ, कुछ नही होगा बच्चा सब ठीक है ओके
राहुल आन्या को गले लगाए उसके सर पर प्यार से थपकी देते हुए शांत कराने लगा तो कुछ देर मे आन्या शांत हो गई, राहुल ने उसे उसकी दवाइयां खिलाई और उसे बिस्तर पर लिटा दिया पर आन्या अभी भी जागी हुई थी और एक टक सीलिंग को घूर रही थी, राहुल से उसकी ऐसी हालत देखी नही जा रही थी, उसने आन्या को अपने करीब खींच गले से लगा लिया और उसे सुलाने लगा, राहुल का साथ पाकर उसके सीने से लग आन्या कुछ ही देर मे सो गई पर अब राहुल को रह रहकर यही सता रहा था की क्यू वो आन्या के करीब गया जिससे उसे फिरसे वो सब याद आ गया, पर उसने अब मन ही मन आन्या को उस डर से बाहर निकालने ने बारे मे सोच लिया था, वो आन्या को यू डर डर कर नही जीने दे सकता था, उसने आन्या के माथे पर प्यार से किस किया और फिर उसने भी आँखे बंद कर ली ।
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इवान अपने रूम मे बैठा उस मीटिंग से रिलटेड फाइल देख रहा था और लैपटॉप पर कुछ नोट करते जा रहा था, किआरा बेड पर बैठी वन्या और उत्कर्ष को सुला रही थी, कुछ देर बाद इवान का काम ख़त्म हुआ और उसने फाइल और लैपटॉप बंद करके रखे और वो बालकनी कि तरफ चला गया, किआरा ने उसे बालकनी कि तरफ जाते देखा तो उसने वन्या और उत्कर्ष कल ठीक से सुलाया और आस पास तकिये रख कर वो भी बालकनी मे आ गई और इवान के साथ चेयर पर बैठ उसने उसके कंधे पर अपना सर रखा और आँखे बंद कर ली
इवान ने एक नजर किआरा को देखा फिर वापस चाँद को देखते हुए धीरे से बोला
इवान :- किआरा...
किआरा ने इवान कि तरफ देखा तो इवान चांद कि तरफ देखते हुए ही बोला
इवान :- मुझे तुम्हे कुछ बताना है किआरा
किआरा ने एक नजर इवान को देखा फिर वो भी बोली
किआरा :- मुझे भी कुछ बताना है आपको इवान जी
इवान ( किआरा की तरफ देखकर ) :- क्या बताना है किआरा तुम्हे
किआरा :- पहले आप बताइये इवान जी आपको क्या कहना है
इवान :- नही पहले तुम बताओ फिर मै बताता हु
किआरा कुछ बोलती उससे पहले ही इवान ने ना का इशारा किया ओर उसे अपनी बात कहने को कहा तो किआरा ने एक गहरी सांस ली ओर बोली
किआरा :- इवान जी हेड ऑफिस से मेल आया था, मिशन से रिलेटेड अपडेट थी, हमे मिशन के लिए 21 तारीख को जाना है
किआरा कि बात सुन इवान परेशान हो गया अब उसे समझ नही आ रहा था कि वो किआरा से क्या कहे, उसने किआरा से उसकी मदद करने का वादा किया था पर अब वो कैसे अपना वादा निभाएगा, उसे परेशान देख किआरा बोली
किआरा :- क्या हुआ इवान जी आप हमारी बात सुनकर इतने परेशान क्यू हो, सब ठीक तो है ना
इवान ( परेशान सा बोला ) :- किआरा दरअसल बात ये है कि 21 तारीख को मेरी भी मीटिंग है, मुझे भी उसी दिन यहां से जाना है, अब मुझे समझ नही आ रहा कि मै क्या करु, मैने तुमसे वादा किया था मै तुम्हारा साथ डूंगा जब भी तुम्हे जरूरत पड़ेगी पर अब क्या करु क्या नही समझ नही आ रहा, आय एम सॉरी किआरा
इवान की बात सुन कर किआरा भी परेशान हो गई उसे भी समझ नही आ रहा था कि वो क्या करे, दोनो को ही एक ही दिन पर जाना था, किआरा ने इवान को रिलेक्स करते हुए कहा
किआरा :- रिलेक्स इवान जी कोई बात नही जो हमे एक ही दिन जाना है, हम कोई ना कोइ रास्ता जरूर निकाल लेंगे
इवान ( कुछ सोचते हुए ) :- हाँ किआरा मै एक काम करता हु माँ पापा से बात करके तुम्हे भी शिमला साथ ले जाने की बात करता हु इससे तुम आसानी से अपने मिशन पर जा सकती हो
किआरा ( हैरानी से ) :- क्या कहा इवान जी, कहा ले जायेंगे
इवान :- शिमला क्यू क्या हुआ
किआरा कुछ नही बोलकर इवान की बात टाल देती है फिर वो सोचने लगती है कि ये कैसा को इंसिडेन्स है जो वो दोनो एक ही जगह पर जा रहे है पर अलग अलग रीजनस से, लेकिन वो इवान को बता नही सकती थी कि वो कहा जाएगी इसलिए वो उसे कुछ नहीं कहती और फिर वन्या और उत्कर्ष के बारे मे सोचकर परेशान सी आवाज मे बोलती है
किआरा ( परेशान सी ) :- लेकिन इवान जी वन्या ओर उत्कर्ष उनका क्या, हम उन्हे वहा ले जा भी तो नही सकते, मिशन पर जाने के बाद आप अकेले उन्हे कैसे संभालेंगे, ओर क्या वो हमारे बिना रह लेंगे यहां घर पर
इवान ( परेशान होकर ) :- तुम चिंता मत करो किआरा मै कुछ सोचता हु चलो सो जाओ बहुत लेट हो गया है
किआरा ने हाँ मे सर हिलाया ओर वो दोनो आकर बेड पर लेट गये, लेकिन उन्हे नींद नही आ रही थी, उन दोनो को समझ नही आ रहा था कि वो घर पर क्या कहेंगे, कुछ देर बाद इसी तरह सोचते हुए दोनो को नींद आ जाती है ।
To be continued........
थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए।
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट के
( अब आप सब सोच रहे होंगे की आन्या को उस निशान के बारे मे कैसे नहीं पता की वो किसका था, तो भई मै आप सबको बता दु आन्या घर मे सबसे छोटी बेटी थी वो तो सबकी लाडली थी, जब तक स्कूल मे थी आध्या और अध्विक साथ थे फिर कॉलेज मे भी, उसे कभी दूसरी चीजों की तरफ ध्यान नही देने दिया किसी ने, सभी ने उसको प्रिंसेस की तरह रखा था, उसे कोई रोमांटिक फिल्मे भी नही देखने दी इसलिए उसे इन सब के बारे मे नही पता, और फिर जिस हालत मै उसकी शादी हुई और अभी उसकी एज भी बहुत कम थी इसलिए )
भानुप्रिया सिंह
04-Jan-2023 07:21 PM
बहुत अच्छी रचना 👌
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shweta soni
03-Jan-2023 08:57 PM
Bahut sunder 👌
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सीताराम साहू 'निर्मल'
01-Jan-2023 08:13 PM
शानदार भाग
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